जगमग जगमग करता निकला
चाँद पूनम का प्यारा
जगमग जगमग करता निकला
चाँद पूनम का प्यारा
मेरी चाँदनी बिछड़ गई
मेरे घर मे हुआ अंधियारा
जगमग जगमग करता निकला
चाँद पूनम का प्यारा
ये मदमाती रात
ये ठंडी ठंडी हवा के झोँके
तेरे बिना मेरे सूने जिगर मे
बिर्हा कि अग्नी फूँके
झिलमिल झिलमिल तारे दमकते
जगमग है जग सारा
मेरी चाँदनी बिछड़ गई
मेरे घर मे हुआ अंधियारा
जगमग जगमग करता निकला
चाँद पूनम का प्यारा
चाँद की शीतल शीतल किरणेँ
चाँद की शीतल शीतल किरणेँ
बिर्हा का बाण चलाएँ
रात चँदनी दिया जलाए
अंगों मे आग लगाए
ये बसंत की रात न सुलघे
जैसे कोई अंगारा
मेरी चाँदनी बिछड़ गई
मेरे घर मे हुआ अंधियारा
जगमग जगमग करता निकला
चाँद पूनम का प्यारा