[ Featuring Lata Mangeshkar ]
पास नहीं आना
दूर नहीं जाना
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
पहले तू आग भड़काती है
फिर दिल कि प्यास तू बुझाती हे
हे पहले तू आग भड़काती है
फिर दिल कि प्यास तू बुझाती हे
तेरी यही अदा तो मुझ को पसंद है
अच्छा हाँ हाँ मगर आज मोहब्बत बंद है
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
कितना कितना मज़ा है ऐसे जीने में
धक् धक् भी होती नहीं सीने में
कितना मज़ा है ऐसे जीने में
धक् धक् भी होती नहीं सीने में
कोई बेचैनी नहीं कितना आनंद है
के आज मोहब्बत बंद हे
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
मत छेड़ अपने दीवाने को
रेहने दे तू इस बहाणे को
मत छेड़ अपने दीवाने को
रेहने दे तू इस बहाणे को
होठों पे न है मगर दिल तो रज़ामंद है
रज़ामंद है मगर आज मोहब्बत बंद है
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है