अरे सासु तीरथ, अरे ससुरा तीरथ
सासु तीरथ, ससुरा तीरथ, तीरथ साला साली है
अरे दुनिया के सब तीरथ झूठे, चारों धाम घरवाली है
अरे चारो धाम घरवाली है
सासु तीरथ, ससुरा तीरथ, तीरथ साला साली है
अरे दुनिया के सब तीरथ झूठे, चारों धाम घरवाली है
अरे चारो धाम घरवाली है
बीवी जब रुठे तो याद आती है साली
बीवी जब रुूठे तो याद आती है साली
साली जीजा को प्यारी है वो गोरी हो या काली
लेकिन अपनी किस्मत में तो साला है ना साली है
अरे चारो धाम घरवाली है, चारो धाम घरवाली है
अरे सासू तीरथ, हा हा ससुरा तीरथ, तीरथ साला, साली है
अरे दुनिया के सब तीरथ झूठे, चारो धाम घरवाली है
अरे चारो धाम घरवाली है
बीवी तो अच्छी वो होती जो नखरे वाली
बीवी तो अच्छी वो होती जो नखरे वाली
फूलो से प्यारी लगती है जब जब देती है गाली
त्वाडि तो सानू पता नही
त्वाडि तो सानू पता नही
पर साड्डी तो मखना वाली है अरे चारो धाम घरवाली है
चारो धाम घरवाली है
अरे सासु तीरथ, अरे ससुरा, तीरथ साला, साली है
हे दुनिया के सब तीरथ झूठे, चारो धाम घरवाली है
अरे चारो धाम घरवाली है
बोलो घरवाली की जय, बोलो मखना वाली की जय
अरे बोलो साथ मे अपनी भी नही नही नहीं नहीं घरवाली की जय