Back to Top

Kishore Kumar - Woh Ek Haseen Ladki Lyrics

theme

Kishore Kumar - Woh Ek Haseen Ladki Lyrics
Official




ऑय हमनशी एक लाज़मी
आती है याद भूली नहीं

वो एक हसीन लड़की जो बस लाजवाब थी
वो एक हसीन लड़की जो बस लाजवाब थी
अच्छी थी वो बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी
अच्छी थी वो बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी
वो एक हसीन लड़की जो बस लाजवाब थी
अच्छी थी वो बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी

जिस वक्त वो गयी जी हुआ रंग से बोझल
जी हुआ रंग से बोझल
जिस वक्त वो गयी जी हुआ रंग से बोझल
जी हुआ रंग से बोझल
उस वक्त सामने पड़ी थी मेज पे बोतल
पड़ी थी मेज पे बोतल
बोतल लगायी मुँह से
बोतल लगायी मुँह से तो
उसमे शराब थी हाय
अच्छी थी वह बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी
वो एक हसीन लड़की जो बस लाजवाब थी
अच्छी थी वह बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी

हम्म दो चार मुलाकातों से मैं आगे न बढ़ सका
जी मैं आगे न बढ़ सका
दो चार मुलाकातों से मैं आगे न बढ़ सका
जी मैं आगे न बढ़ सका
ऐसी थी कोई बात जिसे मैं न पढ़ सका
हा जिसे मैं न पढ़ सका
चेहरे पे उसके लिखी है
चेहरे पे उसके लिखी हुई एक किताब थी हाय
अच्छी थी वो बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी
वो एक हसीन लड़की
हसीन लड़की जो बस लाजवाब थी
अच्छी थी वो बड़ी अच्छी थी वो
अ जी अच्छी थी वो
हम्म हम्म हम्म मगर मेरी किस्मत ख़राब थी
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




ऑय हमनशी एक लाज़मी
आती है याद भूली नहीं

वो एक हसीन लड़की जो बस लाजवाब थी
वो एक हसीन लड़की जो बस लाजवाब थी
अच्छी थी वो बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी
अच्छी थी वो बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी
वो एक हसीन लड़की जो बस लाजवाब थी
अच्छी थी वो बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी

जिस वक्त वो गयी जी हुआ रंग से बोझल
जी हुआ रंग से बोझल
जिस वक्त वो गयी जी हुआ रंग से बोझल
जी हुआ रंग से बोझल
उस वक्त सामने पड़ी थी मेज पे बोतल
पड़ी थी मेज पे बोतल
बोतल लगायी मुँह से
बोतल लगायी मुँह से तो
उसमे शराब थी हाय
अच्छी थी वह बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी
वो एक हसीन लड़की जो बस लाजवाब थी
अच्छी थी वह बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी

हम्म दो चार मुलाकातों से मैं आगे न बढ़ सका
जी मैं आगे न बढ़ सका
दो चार मुलाकातों से मैं आगे न बढ़ सका
जी मैं आगे न बढ़ सका
ऐसी थी कोई बात जिसे मैं न पढ़ सका
हा जिसे मैं न पढ़ सका
चेहरे पे उसके लिखी है
चेहरे पे उसके लिखी हुई एक किताब थी हाय
अच्छी थी वो बड़ी अच्छी थी वो
मगर मेरी किस्मत ख़राब थी
वो एक हसीन लड़की
हसीन लड़की जो बस लाजवाब थी
अच्छी थी वो बड़ी अच्छी थी वो
अ जी अच्छी थी वो
हम्म हम्म हम्म मगर मेरी किस्मत ख़राब थी
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
Copyright: Lyrics © Royalty Network
LyricFind




Kishore Kumar - Woh Ek Haseen Ladki Video
(Here for Video at the top of page)

Tags:
No tags yet