यह रात एक सी होती है
यह रात एक सी होती है
कोई जागता है कोई सोता है
ऐसा ही होता है
हर बात एक सी होती है
हर बात एक सी होती है
कोई हँसता है कोई रोता है
ऐसा ही होता है
यह रात एक सी होती है
दिल पे चोट लगे तो
दिल में दर्द जो होता है
यह दर्द जो हंस के सहता है
वह मर्द होता है
दिल पे चोट लगे तो
दिल में दर्द जो होता है
यह दर्द जो हंस के सहता है
वह मर्द होता है
वह मर्द होता है
यह घाट एक सी होती है
यह घाट एक सी होती है
कोई जीता है कोई मरता है
ऐसा ही होता है
यह रात एक सी होती है
खिल कर मुर्झाने को ही
सारे फूल खिलते है
मिल कर ही बिछड़ को
सब लोग मिलते है
खिल कर मुर्झाने को ही
सारे फूल खिलते है
मिल कर ही बिछडने को
सब लोग मिलते है
सब लोग मिलते है
मुलाकात एक सी होती है
मुलाकात एक सी होती है
कोई मिलता है कोई खोता है
ऐसा ही होता है
ये रात एक सी होती है
हर बात एक सी