तेरी यादें लेके दिल में चल पड़ा हू
नींद उलझी है क्यूँ मेरी आँखो में
तेरी यादें लेके दिल में चल पड़ा हू
नींद उलझी है क्यूँ मेरी आँखो में
क्या पता कदम जाए कहा, कहा मंज़िल मेरी
कहा मेरा रास्ता वूहुवहू वूहुवहू
तेरी यादें लेके दिल में चल पड़ा हू
नींद उलझी है क्यूँ मेरी आँखो में
खाइशात का खिला है मौसम, करनी है तुझसे दिल की बातें
शबनमी सुबह के जैसे आओ, एक दूजे में हम बिताए रातें
धूप में राहु मैं तेरा साया, हो जुड़ा कभी ना यार हम
तेरी यादें लेके दिल में चल पड़ा हू
नींद उलझी है क्यूँ मेरी आँखो में
चाँद खाब की झीलों में उतरे, रोशनी में हम भीग जाए
क्यूँ इतेफ़ाक़ की यह मौजे ढूंदे, डूबे ऐसे के नज़र ना आए
आब पर लिखू में नाम तुम्हारा, हो
सास तू लेना टूटते कसम
तेरी यादें लेके दिल में चल पड़ा हू
नींद उलझी है क्यूँ मेरी आँखो में
क्या पता कदम जाए कहा, कहा मंज़िल मेरी
कहा मेरा रास्ता वूहुवहू वूहुवहू
तेरी यादें लेके दिल में चल पड़ा हू
नींद उलझी है क्यूँ मेरी आँखो में