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Koushika Saxena - Ambe Ji Pat Kholiye Lyrics



Koushika Saxena - Ambe Ji Pat Kholiye Lyrics




अम्बे जी पट खोलिये
दर्शन अपना दीजिये
गई रैन शुभ भोर भई
दया दयानी कीजिये
अम्बे जी पट खोलिये
दर्शन अपना दीजिये

हुईं मुद्दतें हाथ पसारे
जग की पालनहार
मन्नत के धागे बांधे थे
कितने तेरे द्वार
हुईं मुद्दतें हाथ पसारे
जग की पालनहार
मन्नत के धागे बांधे थे
कितने तेरे द्वार

सबकी विनती सुन ली मैया
हम पर भी अब रीझिये
अम्बे जी पट खोलिये
दर्शन अपना दीजिये

ठोकर खाये जग के सताए
हम तेरा परिवार
कितनी दफाएँ अर्ज़ी दे दी
देखो तो इक बार
ठोकर खाये जग के सताए
हम तेरा परिवार
कितनी दफाएँ अर्ज़ी दे दी
देखो तो इक बार

तुम हो हमारी हम हैं तुम्हारे
सुधी हमारी लीजिये

अम्बे जी पट खोलिये
दर्शन अपना दीजिये
गई रैन शुभ भोर भई
दया दयानी कीजिये
अम्बे जी पट खोलिये
दर्शन अपना दीजिये
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Romanized

अम्बे जी पट खोलिये
दर्शन अपना दीजिये
गई रैन शुभ भोर भई
दया दयानी कीजिये
अम्बे जी पट खोलिये
दर्शन अपना दीजिये

हुईं मुद्दतें हाथ पसारे
जग की पालनहार
मन्नत के धागे बांधे थे
कितने तेरे द्वार
हुईं मुद्दतें हाथ पसारे
जग की पालनहार
मन्नत के धागे बांधे थे
कितने तेरे द्वार

सबकी विनती सुन ली मैया
हम पर भी अब रीझिये
अम्बे जी पट खोलिये
दर्शन अपना दीजिये

ठोकर खाये जग के सताए
हम तेरा परिवार
कितनी दफाएँ अर्ज़ी दे दी
देखो तो इक बार
ठोकर खाये जग के सताए
हम तेरा परिवार
कितनी दफाएँ अर्ज़ी दे दी
देखो तो इक बार

तुम हो हमारी हम हैं तुम्हारे
सुधी हमारी लीजिये

अम्बे जी पट खोलिये
दर्शन अपना दीजिये
गई रैन शुभ भोर भई
दया दयानी कीजिये
अम्बे जी पट खोलिये
दर्शन अपना दीजिये
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Writer: Koushika Saxena
Copyright: Lyrics © O/B/O DistroKid




Koushika Saxena - Ambe Ji Pat Kholiye Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Koushika Saxena
Language: Hindi
Length: 3:50
Written by: Koushika Saxena

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