[ Featuring Pritam, Shafqat Amanat Ali ]
चाहे कुछ ना कहना
भले चुप तू रहना
मुझे है पता, तेरे प्यार का
खामोश चेहरा, आँखों पे पहरा
खुद है गवाह, तेरे प्यार का
तेरी झुकी नज़र, तेरी हर अदा
मुझे कह रही है ये दास्तां
कोई शक़्स है जो के इन दिनों
तेरे जेहनो दिल पे है छा गया
तेरी झुकी नज़र, तेरी हर अदा
मुझे कह रही है ये दास्तां
तेरी ज़ुलफ जब भी
बिखर जाती है
आए हसीन तू हसीन
और हो जाती है
जो किताबो मे
पढ़ते रहे आज तक
वो पारी हुमको तुझ
तेरी ही बाहों में पनाहों मे
रहना मुझे
हार्दूम सदा
तेरी ही यादों
में निगाहों में
रहना मुझे हर दूं सदा
तेरी ही बाहों
मे पनाहों मे
रहना मुझे हार्दूम सदा
हार्दूम सदा
तेरी ज़ुल्फ़ जब भी बिखर जाती है
ए हसीं तू हसीं और हो जाती है
जो किताबों में पढ़ते रहे आज तक
वो परी हमको तुझमे नज़र आती है
तेरी ही बाँहों में, पनाहों में
रहना मुझे हर दम सदा
तेरी ही यादों में, नगाहों में
रहना मुझे हरदम सदा