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Dil Kehta Hai Video (MV)




Performed By: Kumar Sanu
Featuring: Alka Yagnik
Length: 6:56
Written by: Anu Malik, Majrooh Sultanpuri




Kumar Sanu - Dil Kehta Hai Lyrics
Official




[ Featuring Alka Yagnik ]

रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु
रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु
आ आ आ आ आ आ आ आ

दिल केहता है चल उनसे मिल
उठते हैं कदम, रुक जाते हैं
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते है

दिल केहता है चल उनसे मिल
उठते हैं कदम, रुक जाते हैं
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते है

हम जब से हैं जुदा, ए मेरे हम नशीं
यूँ देखो तो मेरे दामन में क्या नहीं
दौलत का चाँद है शोहरत की चाँदनी
मगर तुम्हे खोके लगे है मुझे ऐसा
के तुम नहीं तो कुछ भी नहीं
तुम क्या जानो अब हम कितना
दिल ही दिल में पछताते है
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते है

रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु
रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु
आ आ आ आ आ आ आ आ

वो दिन थे क्या हसीं, दोनो थे साथ में
और बाहें आप की थी मेरे हाथ में
तुम ही तुम थे सनम मेरे दिन रात में
पर इतनी बुलंदी पे तुम हो मेरी जान
आए ना दामन अब हाथ में
पाना तुमको मुमकिन ही नहीं
सोचे भी तो हम घबराते है
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते है

दिल केहता है चल उनसे मिल
उठते हैं कदम, रुक जाते हैं
उठते हैं कदम, रुक जाते हैं

उठते हैं कदम, रुक जाते हैं
[ Correct these Lyrics ]

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रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु
रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु
आ आ आ आ आ आ आ आ

दिल केहता है चल उनसे मिल
उठते हैं कदम, रुक जाते हैं
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते है

दिल केहता है चल उनसे मिल
उठते हैं कदम, रुक जाते हैं
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते है

हम जब से हैं जुदा, ए मेरे हम नशीं
यूँ देखो तो मेरे दामन में क्या नहीं
दौलत का चाँद है शोहरत की चाँदनी
मगर तुम्हे खोके लगे है मुझे ऐसा
के तुम नहीं तो कुछ भी नहीं
तुम क्या जानो अब हम कितना
दिल ही दिल में पछताते है
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते है

रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु
रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु
आ आ आ आ आ आ आ आ

वो दिन थे क्या हसीं, दोनो थे साथ में
और बाहें आप की थी मेरे हाथ में
तुम ही तुम थे सनम मेरे दिन रात में
पर इतनी बुलंदी पे तुम हो मेरी जान
आए ना दामन अब हाथ में
पाना तुमको मुमकिन ही नहीं
सोचे भी तो हम घबराते है
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते है

दिल केहता है चल उनसे मिल
उठते हैं कदम, रुक जाते हैं
उठते हैं कदम, रुक जाते हैं

उठते हैं कदम, रुक जाते हैं
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Anu Malik, Majrooh Sultanpuri
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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