Back to Top

Kumar Sanu - Kitna Sukun Kitna Aaram Lyrics



Kumar Sanu - Kitna Sukun Kitna Aaram Lyrics
Official




कितना सुकून कितना आराम है
कितना सुकून कितना आराम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है

कह रहा है यह दिल बेखुदी मे सनम
और क्या चाहिए ज़िंदगी में सनम
कह रहा है यह दिल बेखुदी मे सनम
और क्या चाहिए ज़िंदगी में सनम
आशिकी का नशा ऐसे जाता नही
तुमको देखे बिना चैन आता नही
कैसे ज़िंदा रहु
इन होतों पे सिर्फ़ तुम्हारा नाम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है

दिलरुबा है किया मेने ये फ़ैसला
अब तो जीना नही है तुम्हारे सिवा
दिलरुबा है किया मेने ये फ़ैसला
अब तो जीना नही है तुम्हारे सिवा
थोड़ा पागल हूँ मे थोड़ा दीवाना हूँ
बस तुम्हारा रहू मे सब से बेगाना हूँ
और क्या मे कहु
इश्क़ तेरा मेरी चाहत का एनम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




कितना सुकून कितना आराम है
कितना सुकून कितना आराम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है

कह रहा है यह दिल बेखुदी मे सनम
और क्या चाहिए ज़िंदगी में सनम
कह रहा है यह दिल बेखुदी मे सनम
और क्या चाहिए ज़िंदगी में सनम
आशिकी का नशा ऐसे जाता नही
तुमको देखे बिना चैन आता नही
कैसे ज़िंदा रहु
इन होतों पे सिर्फ़ तुम्हारा नाम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है

दिलरुबा है किया मेने ये फ़ैसला
अब तो जीना नही है तुम्हारे सिवा
दिलरुबा है किया मेने ये फ़ैसला
अब तो जीना नही है तुम्हारे सिवा
थोड़ा पागल हूँ मे थोड़ा दीवाना हूँ
बस तुम्हारा रहू मे सब से बेगाना हूँ
और क्या मे कहु
इश्क़ तेरा मेरी चाहत का एनम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
[ Correct these Lyrics ]
Writer: SAMEER, NADEEM SAIFI, SHRAVAN RATHOD
Copyright: Lyrics © Royalty Network

Back to: Kumar Sanu



Kumar Sanu - Kitna Sukun Kitna Aaram Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet