ये आईने जो तुम्हें कम पसंद करते हैं
ये आईने जो तुम्हें कम पसंद करते हैं
ये आईने जो तुम्हें कम पसंद करते हैं
इन्हें ख़बर हैं, तुम्हें हम पसंद करते हैं
ये आईने जो तुम्हें कम पसंद करते हैं
तुम्हें ख़ुदा ने ज़माने में नाज़नीन किया
मेरी नज़र ने तुम्हें और भी हसीन किया
तेरे बग़ैर सफ़र क्या है, रास्ता क्या है
हम आशिक़ों को ज़माने से वास्ता क्या है
हम आशिक़ों को ज़माने से वास्ता क्या है
कि हम तो आपको, जानम, पसंद करते हैं
इसीलिए तुम्हें मौसम पसंद करते हैं
ये आईने जो तुम्हें कम पसंद करते हैं
इन्हें ख़बर हैं, तुम्हें हम पसंद करते हैं
ये आईने जो तुम्हें कम पसंद करते हैं
क़रीब आओ कि भर लें तुम्हें निगाहों में
तुम्हें समेट लें इन बेक़रार बाँहों में
है कौन ऐसा जिसे धड़कनों में बंद करें?
तुम्हीं बताओ तुम्हें क्यूँ ना हम पसंद करें?
तुम्हीं बताओ तुम्हें क्यूँ ना हम पसंद करें?
कि प्यासे लोग ही शबनम पसंद करते हैं
कोई करे ना, तुम्हें हम पसंद करते हैं
ये आईने जो तुम्हें कम पसंद करते हैं
इन्हें ख़बर हैं, तुम्हें हम पसंद करते हैं
ये आईने जो तुम्हें कम पसंद करते हैं