छोड़ चला क्यूँ ओ निर्मोही कैसा तेरा प्यार
रो रो करे पुकार कमलीनी बीती जाये बहार
आजा आजा भवर सूनी डगर सूना है घर आजा
ओ ओ आजा आजा भवर सूनी डगर सूना है घर आजा
न सता रे आरे आरे
मोरी अखियाँ उदासी, तोरे दरस की प्यासी
पल पल छिन छिन देखें राह तिहारी
आजा आजा भवर सूनी डगर सूना है घर आजा हो ओ ओ आजा
गुन गुन धुन सुन सुन तेरी हरजाई तन मन की रे मैंने सुध विसराई
गुन गुन धुन सुन सुन तेरी हरजाई तन मन की रे मैंने सुध बिसराई हरजाई
आजा आजा भवर सुनी डगर सुना है घर आजा
आजा भवर सुनी डगर
आ आ आ आ आ आजा, आ आ आ आ आ आजा, आ आ आ आ आजा
आजा आ आ आ आ आ, आ आ आ आ, आ आ आ आ, आ आ आ आजा
आजा भवर सूनी डगर सूना है घर आजा
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ