आ आ आ आ आ
आँख से आँख मिलाता है कोई
दिल को खींचे लिये जाता है कोई
आँख से आँख मिलाता है कोई
दिल को खींचे लिये जाता है कोई
आँख से आँख
बाई हैरत के भरी महफ़िल में
बाई हैरत के भरी महफ़िल में
मुझको तन्हा नज़र आता है कोई
आँख से आँख
चाहिये खुद ऐ यक्रीन ए क़ामिल
चाहिये ख़ुद पे
चाहिये खुद ऐ यक्रीन ए क़ामिल
हौसला किसका बढ़ाता है कोई
आँख से आँख
सब करिश्मा ते तस्सबुर है शकील
सब करिस्मा ते
सब करिश्मा ते तस्सवुर है शकील
वरना आता है ना जाता है कोई
आँख से आँख मिलाता है कोई
दिल को खींचे लिये जाता है कोई
आँख से आँख