आप मुझे अच्छे लगने लगे सपने सच्चे लगने लगे आहा
आप मुझे अच्छे लगने लगे सपने सच्चे लगने लगे
नैन सारी रैन जग्ने लगे
के आप मुझे अच्छे लगने लगे सपने सच्चे लगने लगे
नैन सारी रैन जग्ने लगे
के आप मुझे अच्छे लगने लगे सपने सच्चे लगने लगे
बाते यही होने लगी गाँव मे हो
बाते यही होने लगी गाँव मे
छुपति फिरू मै धूप मे छाँव मे
जंजीरे फौलाद की है पाँव मे
मगर छन छननन घुंघरू बजने लगे
आहा आप मुझे अच्छे लगने लगे नैन सारी रैन जग्ने लगे
के आप मुझे अच्छे लगने लगे सपने सच्चे लगने लगे
अँखियो को भेद खोलना आ गया हाई
अँखियो को भेद खोलना आ गया
मेरे मन को भी डोलना आ गया
खामोशी को बोलना आ गया
देखो गीत मेरे मुख पे सजने लगे
आहा आप मुझे अच्छे लगने लगे नैन सारी रैन जागने लगे
के आप मुझे अच्छे लगने लगे सपने सच्चे लगने लगे