Back to Top

Lata Mangeshkar - Ae Dil Kahan Teri Manzil [Sad] Lyrics

theme

Lata Mangeshkar - Ae Dil Kahan Teri Manzil [Sad] Lyrics
Official




ऐ दिल कहाँ तेरि मंज़िल
ना कोई दीपक है ना कोई तारा है
गुम है ज़मीं दूर आसमाँ
ऐ दिल कहाँ तेरि मंज़िल
ना कोई दीपक है ना कोई तारा है
गुम है ज़मीं दूर आसमाँ
ऐ दिल कहाँ तेरि मंज़िल

आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ

किस लिये मिल मिल के दिल टूटते हैं
किस लिये बन बन महल टूटते हैं
किस लिये दिल टूटते हैं ओ ओ ओ
किस लिये मिल मिल के दिल टूटते हैं (आ आ आ आ)
किस लिये बन बन महल टूटते हैं (आ आ आ आ)
किस लिये दिल टूटते हैं
पत्थर से पूछा शीशे से पूछा
ख़ामोश है सब कि ज़बाँ
ऐ दिल कहाँ तेरी मंज़िल
ना कोई दीपक है ना कोई तारा है
गुम है ज़मीं दूर आसमाँ
ऐ दिल कहाँ तेरि मंज़िल
ना कोई दीपक है ना कोई तारा है
गुम है ज़मीं दूर आसमाँ
ऐ दिल कहाँ तेरि मंज़िल
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




ऐ दिल कहाँ तेरि मंज़िल
ना कोई दीपक है ना कोई तारा है
गुम है ज़मीं दूर आसमाँ
ऐ दिल कहाँ तेरि मंज़िल
ना कोई दीपक है ना कोई तारा है
गुम है ज़मीं दूर आसमाँ
ऐ दिल कहाँ तेरि मंज़िल

आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ

किस लिये मिल मिल के दिल टूटते हैं
किस लिये बन बन महल टूटते हैं
किस लिये दिल टूटते हैं ओ ओ ओ
किस लिये मिल मिल के दिल टूटते हैं (आ आ आ आ)
किस लिये बन बन महल टूटते हैं (आ आ आ आ)
किस लिये दिल टूटते हैं
पत्थर से पूछा शीशे से पूछा
ख़ामोश है सब कि ज़बाँ
ऐ दिल कहाँ तेरी मंज़िल
ना कोई दीपक है ना कोई तारा है
गुम है ज़मीं दूर आसमाँ
ऐ दिल कहाँ तेरि मंज़िल
ना कोई दीपक है ना कोई तारा है
गुम है ज़मीं दूर आसमाँ
ऐ दिल कहाँ तेरि मंज़िल
[ Correct these Lyrics ]
Writer: MAJROOH SULTANPURI, SALIL CHOUDHURY
Copyright: Lyrics © Royalty Network
LyricFind




Lata Mangeshkar Ae Dil Kahan Teri Manzil [Sad] Video

Tags:
No tags yet