Back to Top

Dil Unko Dhundta Hai Video (MV)






Lata Mangeshkar - Dil Unko Dhundta Hai Lyrics
Official




दिल उनको ढूंढता है
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
दिल उनको ढूंढते हैं
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
दिल उनको ढूंढता है
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं

हम हैं तेरी लगन है
ए शम्मा तू कहाँ है
हम हैं तेरी लगन है
ए शम्मा तू कहाँ है
परवाना बन के तेरी
महफ़िल को ढूंढ़ते हैं
महफ़िल को ढूंढ़ते हैं
दिल उनको ढूंढता है
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं

दुनिया से है निराला
दस्तूर आशिक़ों का
आ आ आ आ
दुनिया से है निराला
दस्तूर आशिक़ों का
जीने की आरज़ू में
क़ातिल को ढूंढ़ते हैं
जीने की आरज़ू में
क़ातिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
दिल उनको ढूंढता है
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं

सीने में हसरतों का
जागा हुआ है तूफ़ान
सीने में हसरतों का
जागा हुआ है तूफ़ान
हम मौज बनके अपने
साहिल को ढूंढ़ते हैं
साहिल को ढूंढ़ते हैं
दिल उनको ढूंढता है
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




दिल उनको ढूंढता है
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
दिल उनको ढूंढते हैं
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
दिल उनको ढूंढता है
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं

हम हैं तेरी लगन है
ए शम्मा तू कहाँ है
हम हैं तेरी लगन है
ए शम्मा तू कहाँ है
परवाना बन के तेरी
महफ़िल को ढूंढ़ते हैं
महफ़िल को ढूंढ़ते हैं
दिल उनको ढूंढता है
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं

दुनिया से है निराला
दस्तूर आशिक़ों का
आ आ आ आ
दुनिया से है निराला
दस्तूर आशिक़ों का
जीने की आरज़ू में
क़ातिल को ढूंढ़ते हैं
जीने की आरज़ू में
क़ातिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
दिल उनको ढूंढता है
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं

सीने में हसरतों का
जागा हुआ है तूफ़ान
सीने में हसरतों का
जागा हुआ है तूफ़ान
हम मौज बनके अपने
साहिल को ढूंढ़ते हैं
साहिल को ढूंढ़ते हैं
दिल उनको ढूंढता है
हम दिल को ढूंढ़ते हैं
भटके हुए मुसाफिर
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
मंज़िल को ढूंढ़ते हैं
[ Correct these Lyrics ]
Writer: C Ramchandra, Jan Nishar Akhtar
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet