दिन छुप गया निकले तारे
तेरी याद में दर्द के मारे
.रुक जाये ना ये दम घर आजा रे बलम
दिल रो रो तुझे पुकारे
दिन छुप गया निकले तारे
.तेरी याद में दर्द के मारे
रुक जाये ना ये दम घर आजा रे बलम
दिल रो रो तुझे पुकारे
मेरे साजन मुखड़ा मोड़ गये
दिल मे अंधेरा छोड़ गये
.मेरे साजन मुखड़ा मोड़ गये
क्यूँ दिल मे अंधेरा छोड़ गये
ऐ चाँद बता मेरी क्या हैं खता
जो रुूठे पिया हमारे
दिन छुप गया निकले तारे
तेरी याद में दर्द के मारे
रुक जाए ना ये दम घर आजा रे बलम
दिल रो रो तुझे पुकारे
मेरे मन की मन में बात रही
नैनो में सदा बरसात रही
मेरे मन की मन में बात रही
नैनो मे सदा बरसात रही
मई तो चुप चुप रोई जाने दर्द ना कोई
मेरे समझे कोन इशारे
दिन चुप गया निकले तारे
तेरी याद मे दर्द के मारे
रुक जाए ना ये दम घर आजा रे बलम
दिल रो रो तुझे पुकारे