दुनिया बनाने वाले यही है
मेरी इल्तजा की होना कभी अपने जुदा
दुनिया बनाने वाले यही है
मेरी इल्तजा की होना कभी अपने जुदा
ह्म्म्म हम्म ह्म्म्म हम्म हम्म हम्म हम्म
घर के जो उजले है बचाना उन्हे
जाके अपने सीने से लगाना उन्हें
तू भी उनका साथी है बताना उन्हें
जल्दी वो आये लुटे घर बसाए
यही दिल से निकले सदा
की होना कभी अपने जुदा
ह्म्म्म हम्म ह्म्म्म हम्म हम्म हम्म हम्म
पहना है अंधेरो का ज़मीं ने कफ़न
सूनी सूनी दुनिया है
सहमा से है चमन
काँटे छूने पाये ना फूलो का बदन
तेरे हवाले बहारो के पाले
दुखी दिल की यही है दुआ
की होना कभी अपने जुदा
दुनिया बनाने वाले यही है
मेरी इल्तजा के होना कभी अपने जुदा