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Gaya Bachpan Jo Aai Jawani Video (MV)




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Lata Mangeshkar - Gaya Bachpan Jo Aai Jawani Lyrics
Official




गया बचपन
गया बचपन जो आई जवानी
तो चुनरी पतंग हो गयी
गया बचपन जो आई जवानी
तो चुनरी पतंग हो गयी
ऐसी पलकों मे
ऐसी पलकों मे छाई जो मस्ती
तबीयत मलंग हो गयी
ऐसी पलकों मे छाई जो मस्ती
तबीयत मलंग हो गयी
गया बचपन

हिरनी की चाल बस गयी मेरी चाल मे
हा हा हो हो आहा हो हो
हिरनी की चाल बस गयी मेरी चाल मे
दो गज लंबी हो गयी एक साल मे
दो गज लंबी हो गयी एक साल मे
दे दे बचपन
दे दे बचपन तू लेले जवानी
जवानी से मैं तंग हो गयी
दे दे बचपन तू लेले जवानी
जवानी से मैं तंग हो गयी
गया बचपन जो आई जवानी
तो चुनरी पतंग हो गयी
गया बचपन

देखा जो तुझको उठी ऐसी हलचल
ला ला ला ला ला ला ला ला
देखा जो तुझको उठी ऐसी हलचल
मुझसे लिपट गया बेशरम आचल
मुझसे लिपट गया बेशरम आचल
मेरे होठों की
मेरे होठों की सुर्खी मचल के
चुनरिया का रंग हो गयी
मेरे होठों की सुर्खी मचल के
चुनरिया का रंग हो गयी
गया बचपन जो आई जवानी
तो चुनरी पतंग हो गयी
गया बचपन

दिलवाले बैठे मेरी राहे घेरते
हा हा हो हो आहा हो हो
दिलवाले बैठे मेरी राहे घेरते
रुक जाए वही जहा देखु मूह फेर के
रुक जाए वही जहा देखु मूह फेर के
किसी बाबू से अँग्रेज़ी बाबू से
किसी बाबू से मिल गयी जो अँखिया
तो अँखियो की जंग हो गयी
किसी बाबू से मिल गयी जो अँखिया
तो अँखियो की जंग हो गयी
गया बचपन जो आई जवानी
तो चुनरी पतंग हो गयी
ऐसी पलकों मे छाई जो मस्ती
तबीयत मलंग हो गयी
गया बचपन
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गया बचपन
गया बचपन जो आई जवानी
तो चुनरी पतंग हो गयी
गया बचपन जो आई जवानी
तो चुनरी पतंग हो गयी
ऐसी पलकों मे
ऐसी पलकों मे छाई जो मस्ती
तबीयत मलंग हो गयी
ऐसी पलकों मे छाई जो मस्ती
तबीयत मलंग हो गयी
गया बचपन

हिरनी की चाल बस गयी मेरी चाल मे
हा हा हो हो आहा हो हो
हिरनी की चाल बस गयी मेरी चाल मे
दो गज लंबी हो गयी एक साल मे
दो गज लंबी हो गयी एक साल मे
दे दे बचपन
दे दे बचपन तू लेले जवानी
जवानी से मैं तंग हो गयी
दे दे बचपन तू लेले जवानी
जवानी से मैं तंग हो गयी
गया बचपन जो आई जवानी
तो चुनरी पतंग हो गयी
गया बचपन

देखा जो तुझको उठी ऐसी हलचल
ला ला ला ला ला ला ला ला
देखा जो तुझको उठी ऐसी हलचल
मुझसे लिपट गया बेशरम आचल
मुझसे लिपट गया बेशरम आचल
मेरे होठों की
मेरे होठों की सुर्खी मचल के
चुनरिया का रंग हो गयी
मेरे होठों की सुर्खी मचल के
चुनरिया का रंग हो गयी
गया बचपन जो आई जवानी
तो चुनरी पतंग हो गयी
गया बचपन

दिलवाले बैठे मेरी राहे घेरते
हा हा हो हो आहा हो हो
दिलवाले बैठे मेरी राहे घेरते
रुक जाए वही जहा देखु मूह फेर के
रुक जाए वही जहा देखु मूह फेर के
किसी बाबू से अँग्रेज़ी बाबू से
किसी बाबू से मिल गयी जो अँखिया
तो अँखियो की जंग हो गयी
किसी बाबू से मिल गयी जो अँखिया
तो अँखियो की जंग हो गयी
गया बचपन जो आई जवानी
तो चुनरी पतंग हो गयी
ऐसी पलकों मे छाई जो मस्ती
तबीयत मलंग हो गयी
गया बचपन
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Shankar-Jaikishan, Varma Malik
Copyright: Lyrics © Royalty Network
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