[ Featuring Mohammed Rafi ]
हंस के न तीर चलाना
दिल खुद ही बनेगा निशाना
तुम इतना न हम पे सितम ढाना
तुम इतना न हम पे सितम ढाना
हंस के न तीर चलाना
दिल खुद ही बनेगा निशाना
तुम इतना न हम पे सितम ढाना
गोरी इतना न हम पे सितम ढाना
रह-रह के याद सताए
रह-रह के याद सताए
गोरे गालों पे
ओ गोरे गालों पे मन ललचाये
गोरे गालों पे मन ललचाये
कुछ अपनी निशानी दिए जाना
दिल खुद ही बनेगा निशाना
तुम इतना न हम पे सितम ढाना
गोरी इतना न हम पे सितम ढाना
जो देखे वो ही ललचाये
जो देखे वो ही ललचाये
कोई किस-किस से आँख चुराएं
कोई किस-किस से आँख चुराएं
जिसे देखो पुकारे चली आना
दिल खुद ही बनेगा निशाना
तुम इतना न हम पे सितम ढाना
तुम इतना न हम पे सितम ढाना
मर जाएंगे हम घबरा के
मर जाएंगे हम घबरा के
मुंह छुपाना न
ओ मुंह छुपाना न घूँघट उठाके
मुंह छुपाना न घूँघट उठाके
गोरी हमसे न तुम शरमाना
दिल खुद ही बनेगा निशाना
तुम इतना न हम पे सितम ढाना
गोरी इतना न हम पे सितम ढाना
पछतायुन मैं प्रीत लगाके
पछतायुन मैं प्रीत लगाके
घबराती हूँ आँख मिलाते
घबराती हूँ आँख मिलाते
मेरा भोला सा मन न दुखाना
दिल खुद ही बनेगा निशाना
तुम इतना न हम पे सितम ढाना
तुम इतना न हम पे सितम ढाना
हंस के न तीर चलाना (हंस के न तीर चलाना)
दिल खुद ही बनेगा निशाना (दिल खुद ही बनेगा निशाना)
तुम इतना न हम पे सितम ढाना (तुम इतना न हम पे सितम ढाना)
तुम इतना न हम पे सितम ढाना (तुम इतना न हम पे सितम ढाना)