Back to Top

Lata Mangeshkar - Jaise Kahin Lehra Ke Pawan Lyrics

theme

Lata Mangeshkar - Jaise Kahin Lehra Ke Pawan Lyrics
Official




(आ आ आ आ आ आ आ)

जैसे कही लहऱाके
पवन चंचल निकले
जैसे कही लहऱाके
पवन चंचल निकले
तोड़ कर हर ज़ंजीर
सितम हम पर निकले

बिन जाने बिन देखे
किसे हमराही कह दे
बिन जाने बिन देखे
किसे हमराही कह दे
दुनिया को ठुकराके
हम फेके हुए ाचल निकले
जैसे कही लहऱाके
पवन चंचल निकले
तोड़ कर हर ज़ंजीर
सितम हम पर निकले

(आ आ आ आ आ आ आ)वह कोई नहीं अपना
पीछे मुड़ कर क्या तकना
वह कोई नहीं अपना
पीछे मुड़ कर क्या तकना
चलते ही रहने की जब
बांध के हम पायल निकले
जैसे कही लहऱाके
पवन चंचल निकले
तोड़ कर हर ज़ंजीर
सितम हम पर निकले

आएगी कभी ऑय दिल
तेरी मनचाही कोई मंजिल
आएगी कभी ऑय दिल
तेरी मनचाही कोई मंजिल
हम भी तो इसी धुन में
आँखों में भरे
काजल में चले
जैसे कही लहऱाके
पवन चंचल निकले
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




(आ आ आ आ आ आ आ)

जैसे कही लहऱाके
पवन चंचल निकले
जैसे कही लहऱाके
पवन चंचल निकले
तोड़ कर हर ज़ंजीर
सितम हम पर निकले

बिन जाने बिन देखे
किसे हमराही कह दे
बिन जाने बिन देखे
किसे हमराही कह दे
दुनिया को ठुकराके
हम फेके हुए ाचल निकले
जैसे कही लहऱाके
पवन चंचल निकले
तोड़ कर हर ज़ंजीर
सितम हम पर निकले

(आ आ आ आ आ आ आ)वह कोई नहीं अपना
पीछे मुड़ कर क्या तकना
वह कोई नहीं अपना
पीछे मुड़ कर क्या तकना
चलते ही रहने की जब
बांध के हम पायल निकले
जैसे कही लहऱाके
पवन चंचल निकले
तोड़ कर हर ज़ंजीर
सितम हम पर निकले

आएगी कभी ऑय दिल
तेरी मनचाही कोई मंजिल
आएगी कभी ऑय दिल
तेरी मनचाही कोई मंजिल
हम भी तो इसी धुन में
आँखों में भरे
काजल में चले
जैसे कही लहऱाके
पवन चंचल निकले
[ Correct these Lyrics ]
Writer: CHITRAGUPTA, MAJROOH SULTANPURI
Copyright: Lyrics © Royalty Network
LyricFind




Lata Mangeshkar Jaise Kahin Lehra Ke Pawan Video

Tags:
No tags yet