जाने कैसा छा लगा नशा ये प्यार का
थोडा थोडा आने लगा मज़ा बहार का
जाने कैसा छा लगा नशा ये प्यार का
थोडा थोडा आने लगा मज़ा बहार का
दिल जो मिले गुल से खिले
जान गए हमराज़ नए
दिल जो मिले गुल से खिले
जान गए हमराज़ नए
तुझसे सनम तेरी कसम
सिख लिए अंदाज़ नए
गयी दिलको उदा तेरी शोक
अदा मेरा बस न चला
जाने कैसा छा लगा नशा ये प्यार का
जाने कैसा छा लगा नशा ये प्यार का
थोडा थोडा आने लगा मज़ा बहार का
दिल है नादा रात हसी
कैसा समां है कैसी घडी
दिल है नादा रात हसी
कैसा समां है कैसी घडी
कैसे बुझे दिल की लगी
अब तो ये मुश्किल आन पड़ी
ऐसा दर्द मिला नहीं
जिसकी दवा तेरे प्यार के सिवा
जाने कैसा छा लगा नशा ये प्यार का
जाने कैसा छा लगा नशा ये प्यार का
थोडा थोडा आने लगा मज़ा बहार का