मेरी ज़िन्दगी के चराग को
तेरी बेरुखी ने बुझा दिया
मेरी ज़िन्दगी के चराग को
तेरी बेरुखी ने बुझा दिया
तेरे रास्ते के में खाक हू
मुझे आज तूने बता दिया
मेरी ज़िन्दगी के चराग को
तेरी बेरुखी ने बुझा दिया
मेरी ज़िन्दगी के चराग को
तुझे पाके भी तेरी ज़ुस्तज़ु
तुझे मिलके भी तेरी आरज़ू
तुझे पाके भी तेरी ज़ुस्तज़ु
तुझे मिलके भी तेरी आरज़ू
तुझे मिलके भी तेरी आरज़ू
तेरे पास लाके नसीब में
मुझे कितनी दूर हटा दिया
तेरे रास्ते के में खाक हू
मुझे आज तूने बता दिया
मेरी ज़िन्दगी के चराग को
तू वो फूल जिसमे वफ़ा नहीं
मै वो दर्द जिसकी दवा नहीं
तू वो फूल जिसमे वफ़ा नहीं
मै वो दर्द जिसकी दवा नहीं
मै वो दर्द जिसकी दवा नहीं
तुझे देख कर जो ये लब हसे
तेरी आरज़ू ने रुला दिया
तेरे रास्ते के में खाक हू
मुझे आज तूने बता दिया
मेरी ज़िन्दगी के चराग को
तेरी बेरुखी ने बुझा दिया
मेरी ज़िन्दगी के चराग को