ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ
मोहे छेड़ो ना
हो मोहे छेड़ो ना नन्द के लाला
के मैं हूँ बृजबाला
नहीं मैं राधा तेरी
मोहे छेड़ो ना नन्द के लाला
के मैं हूँ बृजबाला
नहीं मैं राधा तेरी
मोहे छेड़ो ना नन्द के लाला
काहे पकड़ ली मेरी कलाई
तेरी दुहाई ओ कृष्ण कन्हाई
काहे पकड़ ली मेरी कलाई
तेरी दुहाई कृष्ण कन्हाई
हरजाई तू बंसरी वाला
के मैं बृजबाला, नहीं मैं राधा तेरी
मोहे छेड़ो ना नन्द के लाला
राधा से होगी ई ई ई
राधा से होगी तेरी ठिठोली
आँख मिचौली तुम हमजोली
होली में क्यों मुझे रंग डाला
के मैं हूँ बृजबाला
नहीं मैं राधा तेरी
मोहे छेड़ो ना नन्द के लाला
के मैं हूँ बृजबाला
नहीं मैं राधा तेरी
मोहे छेड़ो ना नन्द के लाला