नैनन में बरसात मन में काजल काली रात
नैनन में बरसात मन में काजल काली रात
अंधकार ही अंधकार है दिवस रैन बन जात
अंधकार ही अंधकार है दिवस रैन बन जात
नैनन में बरसात मन में काजल काली रात
ओ ओ ओ ओ ओ
प्रीत करूँ या रीत निभाऊं
प्रीत करूँ या रीत निभाऊं
मन की सुनु या तन की
माटी की माला देखु या
शोभा मन मधुबन की
शोभा मन मधुबन की
प्राणों का हंसा व्याकुल है बिरह सहा नहीं जात
प्राणों का हंसा व्याकुल है बिरह सहा नहीं जात
नैनन में बरसात मन में काजल काली रात
ओ ओ ओ ओ ओ
एक और देखेंगे नाते अलख दूसरी और
अखिया चन्द्र चकोर बनी है
चंदा नन्द किशोर चंदा नन्द किशोर
असुअन में झरते अंगारे दुःख नहीं नैन समात
असुअन में झरते अंगारे दुःख नहीं नैन समात
नैनन में बरसात मन में काजल काली रात