दिया जगे सारी रैना
निंदिया न आये
निंदिया न आये
राह तके व्याकुल नैना
निंदिया न आये
निंदिया न आये
सपना नहीं कोई संग किरण के
गीत नहो कोई पास पवन के
आ आ आ आ आ आ आ आ
सपना नहीं कोई संग किरण के
सोये भला कैसे फूल चमन के
तारो का भी है यही कहना
निंदिया न आये
निंदिया न आये
लल्ला लल्ला लोरी गाके सुनाउ
मै अपनी पलकों का पलना बनाऊ
आ आ आ आ आ आ आ
लल्ला लल्ला लोरी गाके सुनाउ
मै तेरी निन्दिया को कैसे बुलाऊ
तेरी तरह वो भी माने न कहना
निंदिया न आये
निंदिया न आये
दिया जगे सारी रैना
निंदिया न आये
निंदिया न आये
निंदिया न आये
निंदिया न आये