ओ अनदेखे ओ अंजाने ओ अनदेखे ओ अंजाने
आ आ आ आ आ आ आ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
सदियाँ बीत गयी तेरा इंतेज़ार किया
ओ अनदेखे ओ अंजाने तुझको इतना प्यार किया
सदियाँ बीत गयी तेरा इंतेज़ार किया
ओ अनदेखे अंजाने
लोग पुकारे मुझे बावरी राधा
मैं भी ना जानू मेरा कौन है कान्हा
तू पथ भुला इस मधुबन ने मेरा प्यार बिसार दिया
सदियाँ बीत गयी तेरा इंतेज़ार किया
जाने कब तुझसे लगन लगाई
जनम जनम तोहे भूल ना पाई
आती जाती इन साँसों ने याद तुझे सौ बार किया
सदियाँ बीत गयी तेरा इंतेज़ार किया
ओ अनदेखे अंजाने
ओ ओ हो हो ओ ओ