ओ बसंती पवन पागल
न जा रे न जा रोको कोई
ओ बसंती पवन पागल
न जा रे न जा रोको कोई
ओ बसंती
बन के पत्थर हम पड़े थे
सूनी सूनी राह में
बन के पत्थर हम पड़े थे
सूनी सूनी राह में
जी उठे हैं जब से
तेरी बाह आयी बाह में
छीनकर नैनो से काजल
न जा रे न जा रोको कोई
ओ बसंती पवन पागल
न जा रे न जा रोको कोई
ओ बसंती
याद कर तूने कहा था
प्यार से संसार है
याद कर तूने कहा था
प्यार से संसार है
हम जो हर दिल की बाजी
ये तेरी ही हर है
सुन ले क्या कहती है पायल
न जा रे न जा रोको कोई
ओ बसंती पवन पागल
न जा रे न जा रोको कोई
ओ बसंती