औ जाने वालो
औ जाने वालो जाओ न घर अपना छोड़ के
माता बुला रही है तुम्हे हाथ जोड़ के
नगरी तुम्हारी गलिया तुम्हारी ये बस्तियां
इन सब को छोड़ कर अब जाते हो तुम कहाँ
उजड़ी है लाख फिर भी है धरती तुम्हारी माँ
दुनिया में सुख न पाओगे दिल माँ का तोड़ के
औ जाने वालो जाओ न घर अपना छोड़ के
हा हा आहा
ठहरो पुकारती है तुम्हारी जमीन तुम्हे
हा हा हा आहा हा हा हा
कहता है आसमान जीना है यही तुम्हे
हो हो हो हो हो हो
लौट आओ लौट आओ माँ की हाय
लगे ना कही तुम्हे रुक जाओ जा रहे कहा पीठ मोड़ के
औ जाने वालो जाओ न घर अपना छोड़ के
माता बुला रही है तुम्हे हाथ जोड़ के