Back to Top

Lata Mangeshkar - Patli Kumar Hai Lyrics



Lata Mangeshkar - Patli Kumar Hai Lyrics
Official




[ Featuring Mukesh ]

पतली कमर है तिरछी नज़र है
पतली कमर है तिरछी नज़र है
खिले फूल सी तेरी जवानी
कोई बताये कहाँ क़सर है
पतली कमर है तिरछी नज़र है

आ आजा मेरे मन चाहे बालम
आजा तेरा आँखों में घर है
आजा तेरा आँखों में घर है

होय

मैं चंचल मदमस्त पवन हूँ
मैं चंचल मदमस्त पवन हूँ
झूम झूम हर कली को चुमूँ
झूम झूम हर कली को चुमूँ

बिछड़ गयी बिछड़ गयी मैं घायल हिरनी
तुमको ढूँढूँ बन बन घूमूँ

मेरी ज़िंदगी मस्त सफ़र है
मेरी ज़िंदगी मस्त सफ़र है
पतली कमर है तिरछी नज़र है

आ आजा मेरे मन चाहे बालम
आजा तेरा आँखों में घर है
आजा तेरा आँखों में घर है

तुम बिन नैनों की बरसातें
रोक न पाऊँ लाख मनाऊँ
तुम बिन नैनों की बरसातें
रोक न पाऊँ लाख मनाऊँ

मैं बहते दरिया का पानी
मैं बहते दरिया का पानी
खेल किनारों से बढ़ जाऊँ
खेल किनारों से बढ़ जाऊँ
बँध न पाऊँ
नया नगर नित नयी डगर है
पतली कमर है तिरछी नज़र है

आ आजा मेरे मन चाहे बालम
आजा तेरा आँखों में घर है
आजा तेरा आँखों में घर है

होय
पतली कमर है तिरछी नज़र है
पतली कमर है तिरछी नज़र है
पतली
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




पतली कमर है तिरछी नज़र है
पतली कमर है तिरछी नज़र है
खिले फूल सी तेरी जवानी
कोई बताये कहाँ क़सर है
पतली कमर है तिरछी नज़र है

आ आजा मेरे मन चाहे बालम
आजा तेरा आँखों में घर है
आजा तेरा आँखों में घर है

होय

मैं चंचल मदमस्त पवन हूँ
मैं चंचल मदमस्त पवन हूँ
झूम झूम हर कली को चुमूँ
झूम झूम हर कली को चुमूँ

बिछड़ गयी बिछड़ गयी मैं घायल हिरनी
तुमको ढूँढूँ बन बन घूमूँ

मेरी ज़िंदगी मस्त सफ़र है
मेरी ज़िंदगी मस्त सफ़र है
पतली कमर है तिरछी नज़र है

आ आजा मेरे मन चाहे बालम
आजा तेरा आँखों में घर है
आजा तेरा आँखों में घर है

तुम बिन नैनों की बरसातें
रोक न पाऊँ लाख मनाऊँ
तुम बिन नैनों की बरसातें
रोक न पाऊँ लाख मनाऊँ

मैं बहते दरिया का पानी
मैं बहते दरिया का पानी
खेल किनारों से बढ़ जाऊँ
खेल किनारों से बढ़ जाऊँ
बँध न पाऊँ
नया नगर नित नयी डगर है
पतली कमर है तिरछी नज़र है

आ आजा मेरे मन चाहे बालम
आजा तेरा आँखों में घर है
आजा तेरा आँखों में घर है

होय
पतली कमर है तिरछी नज़र है
पतली कमर है तिरछी नज़र है
पतली
[ Correct these Lyrics ]
Writer: SHAILENDRA, Shankar-Jaikishan
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Lata Mangeshkar - Patli Kumar Hai Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Lata Mangeshkar
Featuring: Mukesh
Length: 3:21
Written by: SHAILENDRA, Shankar-Jaikishan

Tags:
No tags yet