प्रीत ये कैसी बोल री दुनिया, प्रीत ये कैसी बोल दुनिया, बोल री दुनिया बोल
धुल में मन का किरा रोवे कोई न पूछे मोल दुनिया, बोल री दुनिया बोल
देखूं मैं एक सुन्दर सपना ढूंढू तारों में घर अपना, ढूंढू तारों में घर अपना
देखूं मैं एक सुन्दर सपना ढूंढू तारों में घर अपना, ढूंढू तारों में घर अपना
अंधी क़िस्मत तोड़ रही है ये सपने अनमोल दुनिया प्रीत ये कैसी बोल
प्रीत ये कैसी बोल री दुनिया, प्रीत ये कैसी बोल दुनिया, बोल री दुनिया बोल
डूब गया दिन शाम हो गई जैसे उम्र तमाम हो गई, जैसे उम्र तमाम हो गई
मेरी मौत खड़ी है देखो अपना घूंघट खोल रे प्रीत ये कैसी बोल
प्रीत ये कैसी बोल री दुनिया, प्रीत ये कैसी बोल दुनिया, बोल री दुनिया बोल
मेरे सुख से बोल ऐ दाता क्या जाता तेरी दुनिया का, क्या जाता तेरी दुनिया का
मेरे सुख से बोल ऐ दाता क्या जाता तेरी दुनिया का, क्या जाता तेरी दुनिया का
प्यार का अमृत देके तूने ज़हर दिया क्यों घोल दुनिया, प्रीत ये कैसी बोल
प्रीत ये कैसी बोल री दुनिया प्रीत ये कैसी बोल दुनिया, बोल री दुनिया बोल