Back to Top

Lata Mangeshkar - Sapne Suhane Ladakpan Ke Lyrics

theme

Lata Mangeshkar - Sapne Suhane Ladakpan Ke Lyrics
Official




आ आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ

सपने सुहाने लड़कपन के
मेरे नैनो में डोले बहार बन के
सपने सुहाने लड़कपन के
मेरे नैनो में डोले बहार बन के

जब छाई घटा मतवाली
मेरे दिल पे चलाए आरी
जब छाई घटा मतवाली
मेरे दिल पे चलाए आरी
घबराये अकेले मनवा
मै लेके जवानी हारी
घबराये अकेले मनवा
मै लेके जवानी हारी
कैसे कटे दिन ये उलझन के
कोई लादे ज़माने वो बचपन के
सपने सुहाने लड़कपन के
मेरे नैनो में डोले बहार बन के

जब दूर पपीहा बोले
दिल खाये मेरा हिचकोले
जब दूर पपीहा बोले
दिल खाये मेरा हिचकोले
मै लाज से मर मर जाऊं
जब फूल पे भवरा डोले
मै लाज से मर मर जाऊं
जब फूल पे भावरा डोले
छेड़े पवनिया तराने मन के
मुझे भाये न रंग ये जीवन के
सपने सुहाने लड़कपन के
मेरे नैनो में डोले बहार बन के
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




आ आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ

सपने सुहाने लड़कपन के
मेरे नैनो में डोले बहार बन के
सपने सुहाने लड़कपन के
मेरे नैनो में डोले बहार बन के

जब छाई घटा मतवाली
मेरे दिल पे चलाए आरी
जब छाई घटा मतवाली
मेरे दिल पे चलाए आरी
घबराये अकेले मनवा
मै लेके जवानी हारी
घबराये अकेले मनवा
मै लेके जवानी हारी
कैसे कटे दिन ये उलझन के
कोई लादे ज़माने वो बचपन के
सपने सुहाने लड़कपन के
मेरे नैनो में डोले बहार बन के

जब दूर पपीहा बोले
दिल खाये मेरा हिचकोले
जब दूर पपीहा बोले
दिल खाये मेरा हिचकोले
मै लाज से मर मर जाऊं
जब फूल पे भवरा डोले
मै लाज से मर मर जाऊं
जब फूल पे भावरा डोले
छेड़े पवनिया तराने मन के
मुझे भाये न रंग ये जीवन के
सपने सुहाने लड़कपन के
मेरे नैनो में डोले बहार बन के
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Shakeel Baduyani, KUMAR HEMANT
Copyright: Lyrics © Royalty Network
LyricFind




Lata Mangeshkar Sapne Suhane Ladakpan Ke Video

Tags:
No tags yet