Back to Top

Sheesha-E-Dil Itna Na Uchhalo Video (MV)




theme

Lata Mangeshkar - Sheesha-E-Dil Itna Na Uchhalo Lyrics
Official




शीशा ए दिल इतना ना उछालो
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
ये कहीं टूट जाएगा
ये कहीं फूट जाएगा
शीशा ए दिल इतना ना उछालो

शीशा ए दिल इतना ना उछालो
ये कहीं टूट जाएगा
ये कहीं फूट जाएगा
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
ल ल ल ला ल ल ल ला
ल ल ल ला ल ल ल ला
ल ल ल ला ल ल ल ला

मचलती-झुमती ठंडी हवाएं केहती हैं
तडपती मौजों की चंचल अदाएं केहती है
संवारों जुल्फ़ को काली घटाए केहती है
ये भीगी-भागी सुहानी फिजाए केहती है

तुम्ही से आज तुम्हारी निगाहे केहती है
तुम्ही से आज तुम्हारी निगाहे केहती है
ओओओओ
शीशा-इ-दिल इतना ना उछालो
शीशा-इ-दिल इतना ना उछालो

ए कही टूट जाएगा वे कही फूट जाएगा
शीशा-इ-विल इतना ना उछालो

नज़ारे हो गये कुर्बान
इन नजारों पर
मछलके आ गयीं
लहरें भी अब इशारों पर
अदा से तैरते फिरते हैं
हम तो धारों पर
करेंगे प्यार का जादू
जवान बहारों पर

ये कहने आई हैं सोउ
मछलियां किनारों पर
ये कहने आई हैं सोउ
मछलियां किनारों पर

ओ ओ ओ ओ
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
शीशा ए दिल इतना ना उछालो

ये कहीं टूट जाएगा
ये कहीं फूट जाएगा
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला

सम्भालो होश के
दरिया का गहरा पानी है
न डूब जाओ कहीं
बेखबर जवानी है
जवान बहार किनारों
पे आणि जानी है
ज़रा ख़याल रहे
दिल अजब निशानी है

अभी तो प्यार की दुनिया
तुम्हें बसानी है
अभी तो प्यार की दुनिया
तुम्हें बसानी है

ओ ओ ओ ओ
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
शीशा ए दिल इतना ना उछालो

ये कहीं टूट जाएगा
ये कहीं फूट जाएगा
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




शीशा ए दिल इतना ना उछालो
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
ये कहीं टूट जाएगा
ये कहीं फूट जाएगा
शीशा ए दिल इतना ना उछालो

शीशा ए दिल इतना ना उछालो
ये कहीं टूट जाएगा
ये कहीं फूट जाएगा
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
ल ल ल ला ल ल ल ला
ल ल ल ला ल ल ल ला
ल ल ल ला ल ल ल ला

मचलती-झुमती ठंडी हवाएं केहती हैं
तडपती मौजों की चंचल अदाएं केहती है
संवारों जुल्फ़ को काली घटाए केहती है
ये भीगी-भागी सुहानी फिजाए केहती है

तुम्ही से आज तुम्हारी निगाहे केहती है
तुम्ही से आज तुम्हारी निगाहे केहती है
ओओओओ
शीशा-इ-दिल इतना ना उछालो
शीशा-इ-दिल इतना ना उछालो

ए कही टूट जाएगा वे कही फूट जाएगा
शीशा-इ-विल इतना ना उछालो

नज़ारे हो गये कुर्बान
इन नजारों पर
मछलके आ गयीं
लहरें भी अब इशारों पर
अदा से तैरते फिरते हैं
हम तो धारों पर
करेंगे प्यार का जादू
जवान बहारों पर

ये कहने आई हैं सोउ
मछलियां किनारों पर
ये कहने आई हैं सोउ
मछलियां किनारों पर

ओ ओ ओ ओ
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
शीशा ए दिल इतना ना उछालो

ये कहीं टूट जाएगा
ये कहीं फूट जाएगा
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला

सम्भालो होश के
दरिया का गहरा पानी है
न डूब जाओ कहीं
बेखबर जवानी है
जवान बहार किनारों
पे आणि जानी है
ज़रा ख़याल रहे
दिल अजब निशानी है

अभी तो प्यार की दुनिया
तुम्हें बसानी है
अभी तो प्यार की दुनिया
तुम्हें बसानी है

ओ ओ ओ ओ
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
शीशा ए दिल इतना ना उछालो

ये कहीं टूट जाएगा
ये कहीं फूट जाएगा
शीशा ए दिल इतना ना उछालो
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan
Copyright: Lyrics © Royalty Network
LyricFind


Tags:
No tags yet