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Suno Kahani Video (MV)




Performed By: Lata Mangeshkar
Length: 5:58
Written by: Majrooh Sultanpuri, R D Burman


theme

Lata Mangeshkar - Suno Kahani Lyrics
Official




अरे सुनो कहानी जब मै हुई तुमसे जुदा
किसी और की दुल्हन बनी
फिर सेज पे उसने मुझको अकेली बिठाके
हो दूजे की बाहों में
फेका मुझे कुछ पिलाके
हो फिर आंधी आई डली टूटी
फिर आंधी आई डली टूटी
कली मसल गयी पाव तले
कली मसल गयी पाव तले

मेरा ही सुहाग मुझको छल गया
देखो मुझे देखो जरा
घर के दीप से
मेरा घर जल गया
कुछ न रहा
कुछ न रहा
अब एक अकेली बाहो में सबकी
अब एक अकेली बाहो में सबकी
फिरू मई पापन शाम ढले
कली मसल गयी पाव तले

छोड़ा तुमने तो सबसे छूट गयी
साथ आये तुम न ये जहा
तुम ही तब मिले
जब मै लुट गयी
काम आये तुम न ये जहा
अब टूटी नय्या जाये उधर को
अब टूटी नय्या जाये उधर को
हवा लिए जिस ओर चले
कली मसल गयी पाव तले

अपना ही लहु फिरती हूँ पिए
लोग नशे में जाने मुझे
डोलू अपनी ही अर्थी सी लिए
कौन है जो थामे मुझे
अरे सब दो पल तो हाथ लगाये
अरे सब दो पल तो हाथ लगाये
सदा लगाये को गले
अरे सुनो कहानी
जब मै हुई तुमसे जुदा
किसी और की दुल्हन बनी
फिर सेज पे उसने मुझको अकेली बिठाके
हो दूजे की बाहों में
फेका मुझे कुछ पिलाके
हो फिर आंधी आई डली टूटी
हो फिर आंधी आई डली टूटी
कली मसल गयी पाव तले
कली मसल गयी पाव तले
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अरे सुनो कहानी जब मै हुई तुमसे जुदा
किसी और की दुल्हन बनी
फिर सेज पे उसने मुझको अकेली बिठाके
हो दूजे की बाहों में
फेका मुझे कुछ पिलाके
हो फिर आंधी आई डली टूटी
फिर आंधी आई डली टूटी
कली मसल गयी पाव तले
कली मसल गयी पाव तले

मेरा ही सुहाग मुझको छल गया
देखो मुझे देखो जरा
घर के दीप से
मेरा घर जल गया
कुछ न रहा
कुछ न रहा
अब एक अकेली बाहो में सबकी
अब एक अकेली बाहो में सबकी
फिरू मई पापन शाम ढले
कली मसल गयी पाव तले

छोड़ा तुमने तो सबसे छूट गयी
साथ आये तुम न ये जहा
तुम ही तब मिले
जब मै लुट गयी
काम आये तुम न ये जहा
अब टूटी नय्या जाये उधर को
अब टूटी नय्या जाये उधर को
हवा लिए जिस ओर चले
कली मसल गयी पाव तले

अपना ही लहु फिरती हूँ पिए
लोग नशे में जाने मुझे
डोलू अपनी ही अर्थी सी लिए
कौन है जो थामे मुझे
अरे सब दो पल तो हाथ लगाये
अरे सब दो पल तो हाथ लगाये
सदा लगाये को गले
अरे सुनो कहानी
जब मै हुई तुमसे जुदा
किसी और की दुल्हन बनी
फिर सेज पे उसने मुझको अकेली बिठाके
हो दूजे की बाहों में
फेका मुझे कुछ पिलाके
हो फिर आंधी आई डली टूटी
हो फिर आंधी आई डली टूटी
कली मसल गयी पाव तले
कली मसल गयी पाव तले
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Writer: Majrooh Sultanpuri, R D Burman
Copyright: Lyrics © Royalty Network
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