[ Featuring Mohammed Rafi ]
ओ ओ तेरी शहनाई बोले सुनके दिल मेरा डोले
जुल्मी काहे को सुनाये ऐसी तान रे
बादल घिर घिर आये पापी पपीहरा गाए
कैसे बस में रहे मेरी जान रे
आ आ आ आ
बैरी बनके यह दुनिया कड़ी है
बैरी बनके यह दुनिया कड़ी है
मेरे पांवों में बेड़ी पड़ी है
किन घडियो में अंखिया लड़ी हैं
बारों महीने सावन की झड़ी है
इक पल मुखड़ा दिखा जा दिल का दुखड़ा मिटा जा
तुझ बिन सुना सुना मेरा है जहाँ रे
तेरी शहनाई बोले सुन के दिल मेरा डोले
जुल्मी काहे को सुनाये ऐसी तान रे
आ आ आ आ
आजा कब से मैं तुझको बुलाऊ
आजा कब से मैं तुझको बुलाऊ
तेरे प्यार के सपने सजाऊ
जिया चाहे के उड़ के मैं आऊँ
पिया पंख कहाँ से मै लाऊ
मैं यहाँ तू वहा बिच में है जहाँ
कैसे पुरे हो अब अरमाँ रे
बादल घिर घिर आये पापी पपीहरा गाए
कैसे बस में रहे मेरी जान रे
तेरी शहनाई बोले सुन के दिल मेरा डोले
जुल्मी काहे को सुनाये ऐसी तान रे