Back to Top

Madhusmita Borthakur - Rimjhim Gire Sawan Lyrics



Madhusmita Borthakur - Rimjhim Gire Sawan Lyrics
Official




रिमझिम गिरे सावन
सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी ये अगन
रिमझिम गिरे सावन
सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी ये अगन
रिमझिम गिरे सावन

आ आ
पहले भी यूँ तो बरसे थे बादल
पहले भी यूँ तो भीगा था आंचल
ला ला ला
पहले भी यूँ तो बरसे थे बादल
पहले भी यूँ तो भीगा था आंचल
अब के बरस क्यूँ सजन, सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिम-झिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिम-झिम गिरे सावन
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




रिमझिम गिरे सावन
सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी ये अगन
रिमझिम गिरे सावन
सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी ये अगन
रिमझिम गिरे सावन

आ आ
पहले भी यूँ तो बरसे थे बादल
पहले भी यूँ तो भीगा था आंचल
ला ला ला
पहले भी यूँ तो बरसे थे बादल
पहले भी यूँ तो भीगा था आंचल
अब के बरस क्यूँ सजन, सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिम-झिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिम-झिम गिरे सावन
[ Correct these Lyrics ]
Writer: YOGESH, RAHUL DEV BURMAN
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Madhusmita Borthakur - Rimjhim Gire Sawan Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet