कमर पतली नज़र बिजली सुरहिदार गर्दन
कयामत से मेरी जान कम नही हो
कमर पतली नज़र बिजली सुरहिदार गर्दन
कयामत से मेरी जान कम नही हो
ये ज़ुल्फो की घटा काली मचलता जैसे सावन
कयामत से मेरी जान कम नही हो कमर पतली
नज़र जिसकी पड़ी तुम पर कलेजा थाम लेगा
इशारा तुम जिसे कर दो वो कब आराम लेगा
मगर मुझसे तुम्हे दिलबर कोई सीकवा ना होगा
मेरा दिल है ये लूटकर भी तुम्हारा नाम लेगा
ना छूतेगा कभी मुझसे वफ़ा का पाक दामन
कयामत से मेरी जान कम नही हो
ये ज़ुल्फो की घटा काली मचलता जैसे सावन
कयामत से मेरी जान कम नही हो