देखते देखते एक धुआं छा गया
यह ज़मीन खो गयी आसमाँ खो गया
जाने क्या हो गया
देखते देखते
ये क्या सब नज़ारे पिघलने लगे
जागते ख्वाब आँखों में जलने लगे
कोई साँसों में
कोई साँसों में एक दर्द सा बो गया
जाने क्या हो गया देखते देखते
कोई बहती नदी रूह में थम गयी
बर्फ बन के लबोँ पर सदा जम गयी
गीत जागा मगर
गीत जागा मगर जाग कर सो गया
जाने क्या हो गया देखते देखते
दिल की धड़कन से गूँजी ये तनहाईयाँ
दूर तक सिर्फ़ अश्को की परछाईयाँ
कोई चुपके से
कोई चुपके से खाक पर रो गया
जाने क्या हो गया देखते देखते
एक धुआं छा गया
यह ज़मीन खो गयी आसमाँ खो गया
जाने क्या हो गया