दुःख से घबराओ नाही मेरे साथी
दुःख से घबराओ नाही मेरे साथी
ये जीवन में मानव का श्रृंगार है
ये जीवन में मानव का श्रृंगार है
सुख में व्यसन का माग भरें
दुःख पापों से करता ख़बरदार है
दुःख पापों से करता ख़बरदार है
सुख से मिटा ये दिन आवाज़ मन
फिर तंकर नहीं सजदे संसार को
सुख के साधन से भी छोड़ जाए वन में
मोक्ष पाने का दुःख भी तो आघात है
मोक्ष पाने का दुःख भी तो आघात है
दुःख से घबराओ नाही मेरे साथी
ये जीवन में मानव का श्रृंगार है
ये जीवन में मानव का श्रृंगार है
जो पुरुषार्थ से मुख मोड़े नहीं
वो दुःख की कसौटी से उत्रे खरा
दुःख की ज्वाला में पड़के जो सीर रहे
सुख पाने का सच्चा वो हकदार है
सुख पाने का सच्चा वो हकदार है
दुःख से घबराओ नाही मेरे साथी
ये जीवन में मानव का श्रृंगार है
ये जीवन में मानव का श्रृंगार है
सुख में रहते हैं देखो सब ही सगे
पास आते नहीं जब दुःख आ पड़े
तुम देखो परख कर दुःख में इन्हें
साहस धर्म और नाज़ है
साहस धर्म और नाज़ है
दुःख से घबराओ नाही मेरे साथी
ये जीवन में मानव का श्रृंगार है
ये जीवन में मानव का श्रृंगार है
पाप कर्मों का होता है जब जब उधय
भोग नाजुक पलटा है उसी समय
ये ऋषि और मुनि कहते आए सभी
अच्छा कर्म करो सबको हितकर है
अच्छा कर्म करो सबको हितकर है
दुःख से घबराओ नाही मेरे साथी
ये जीवन में मानव का श्रृंगार है
ये जीवन में मानव का श्रृंगार है
सुख में व्यसन प्रमाद भरें
दुःख पापों से करता ख़बरदार है
दुःख पापों से करता ख़बरदार है

