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Manna Dey - Ghar Ki Tijori Men To Lakhon Lyrics

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Manna Dey - Ghar Ki Tijori Men To Lakhon Lyrics
Official




[ Featuring Jatin Pandit ]

घर की तिजोरी
घर की तिजोरी मे तो लखो मन की तिजोरी खाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
अरे घर की तिजोरी मे तो लखो मन की तिजोरी खाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे

ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली

चाहे दुनिया बदले लेकिन दिल ना किसी का बदले
अपने और पराए को तू अच्छी तरह परख ले
चाहे दुनिया बदले लेकिन अरे दिल ना किसी का बदले
अपने और पराए को तू अच्छी तरह परख ले
सुबह का भुला
सुबह का भुला शामको लौटा दाम करे रखवाली रे

ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे

चमक देख कर सोने की हम हो जाते अंधे
जीवन भर करते रहते है खोटे काले धंधे
अरे चमक देख कर सोने की हम हो जाते अंधे
जीवन भर करते रहते है खोटे काले धंधे
सारी दुनिया
अरे सारी दुनिया नफ़रत करती हर कोई देता गाली रे

ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे

मतलब बहुत बड़ा है लेकिन बात बहुत है छोटी
मेहनत के दो पैसे अच्छे मेहनत की दो रोटी
मतलब बहुत बड़ा है लेकिन बात बहुत है छोटी
मेहनत के दो पैसे अच्छे मेहनत की दो रोटी
सब को खानी है
सब को खानी है दो रोटी साधु या मवाली रे

ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
घर की तिजोरी मे तो लखो मन की तिजोरी खाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे (हो हो हो)
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे (हो हो हो)
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे (हो हो हो)
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे (हो हो हो)
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घर की तिजोरी
घर की तिजोरी मे तो लखो मन की तिजोरी खाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
अरे घर की तिजोरी मे तो लखो मन की तिजोरी खाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे

ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली

चाहे दुनिया बदले लेकिन दिल ना किसी का बदले
अपने और पराए को तू अच्छी तरह परख ले
चाहे दुनिया बदले लेकिन अरे दिल ना किसी का बदले
अपने और पराए को तू अच्छी तरह परख ले
सुबह का भुला
सुबह का भुला शामको लौटा दाम करे रखवाली रे

ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे

चमक देख कर सोने की हम हो जाते अंधे
जीवन भर करते रहते है खोटे काले धंधे
अरे चमक देख कर सोने की हम हो जाते अंधे
जीवन भर करते रहते है खोटे काले धंधे
सारी दुनिया
अरे सारी दुनिया नफ़रत करती हर कोई देता गाली रे

ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे

मतलब बहुत बड़ा है लेकिन बात बहुत है छोटी
मेहनत के दो पैसे अच्छे मेहनत की दो रोटी
मतलब बहुत बड़ा है लेकिन बात बहुत है छोटी
मेहनत के दो पैसे अच्छे मेहनत की दो रोटी
सब को खानी है
सब को खानी है दो रोटी साधु या मवाली रे

ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
घर की तिजोरी मे तो लखो मन की तिजोरी खाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे (हो हो हो)
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे (हो हो हो)
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे (हो हो हो)
ऐसा माल कमाने से तो लाख भली कंगाली रे (हो हो हो)
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Bappi Lahiri, Pant Ramesh
Copyright: Lyrics © Royalty Network
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Manna Dey - Ghar Ki Tijori Men To Lakhon Video
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Performed By: Manna Dey
Featuring: Jatin Pandit
Length: 5:18
Written by: Bappi Lahiri, Pant Ramesh

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