हो हो हो
तू नही कही तू नही
तू नही कही तू नही
तू नही कही तू नही
जबसे ये दुनिया बनी
हैं आस्मा हैं ये जमी
तू नही यहा, तू नही वहा
तू हैं कहा दिखता नही
तू नही कही तू नही
तू नही कही तू नही
जल मे ढूँढा, तल मे ढूँढा
तुझको हर हलचल मे ढूँढा
चाँद सूरज आँधी तूफ़ा
बिजली और बादल मे ढूँढा
आदमी ने तुझको ढूँढा
इस जहाँ मे कहा नही
तू नही कही तू नही
तू नही कही तू नही
हो हो हो तू नही कहीँ तू नही
तू नही कहीँ तू नही
पाप से सच्चाई का हरदम गला घुटता रहा
जिसने पुकारा धर्म को बेमौत वो मरता रहा
हैं कही तो देख आकर रो रहा ईमान हैं
आँसू बहाकर तू भी रो देगा अगर भगवान हैं
तू अगर भगवान हैं ले खबर संसार की
संसार मे अगर हैं कही
तू नही कही तू नही
तू नही कही तू नही
हो हो तू नही कही तू नही
तू नही कही तू नही