[ Featuring Usha Khanna ]
यह दिल फरेब सूरत
ये फितनगर अदाए
यह दिल फरेब सूरत
ये फितनगर अदाए
यह दिल फरेब सूरत
ये फितनगर अदाए
अदाए अदाए
इंसान क्या फ़रिश्ते
देखे तो सर झुका सर झुकाए
यह दिल फरेब सूरत
ये फितनगर अदाए
आ
तारीफ़ में झुकी है
खुछ ख़ासे इल्तेजायें
तारीफ़ में झुकी है
खुछ ख़ासे इल्तेजायें
तारीफ़ में झुकी है
खुछ ख़ासे इल्तेजायें इल्तेजायें
जो आपको न जाने
वो ये करीब हा हा करीब आये
तारीफ़ में झुकी है
खुछ ख़ासे इल्तेजायें
तुम किस कदर हसीं हो
तुमको खबर नहीं है
तुम किस कदर हसीं हो (हो)
तुम किस कदर हसीं हो (हो)
तुम किस कदर हसीं हो (हसीं हो)
तुमको खबर नहीं है
आँख उठे नशा आ जाए
ज़ुल्फ़ बिखरे घटा सी छा जाए
आँख उठे नशा आ जाए होय होय
ज़ुल्फ़ बिखरे घटा सी छा जाए होय होय
नाज़ अन्दाज़ है नज़ाकत है
उसपे ये सादगी क़यामत है क़यामत है
तुम किस कदर हसीं हो (हसीं हो)
तुमको खबर नहीं है
काहे तुम किस कदर हसीं हो
तुमको खबर नहीं है
दिल के करीब आओ
हम आइना दिखा हा दिखाए
दिल के करीब आओ
हम आइना दिखाए
यह दिल फरेब सूरत
ये फितनगर अदाए
हम क्या है क्या नहीं है
हम खूब जानते है
हम क्या है क्या नहीं है (आ)
हम क्या है क्या नहीं है (आ)
हम क्या है क्या नहीं है
हम खूब जानते है
आप तारीफ़ कर रहे है क्यों
इतनी तकलीफ कर रहे है क्यों
आप तारीफ़ कर रहे है क्यों ऐ दिल
इतनी तकलीफ कर रहे है क्यों ऐ दिल
इस तमाशे से फायदा क्या है
साफ़ कहिये के मुस्तवा क्या है मुस्तवा क्या है
हम क्या है क्या नहीं है (ये प्रताप सिंह कहा है)
हम खूब जानते है (देवियों के साथ)
अहा हम क्या है क्या नहीं है
हम खूब जानते है
क्यूँ बाते दिल न मानी
हम कैसे माने न मान जाए
तारीफ़ में झुकी है
खुछ ख़ासे इल्तेजायें
तारीफ़ में झुकी है
खुछ ख़ासे इल्तेजायें
यह दिल फरेब सूरत
ये फितनगर अदाए
मरा मरा मरा मरा राम राम राम राम
मोहन मुरलिया वाले रे
अब तो दरस दिखा दे (दिखा दे)
मोहन मुरलिया वाले रे
अब तो दरस दिखा दे दिखा दे
राधा ने जो सुनी थी वह धुन
मुझे सुना दे मुझे सुना दे
मोहन मुरलिया वाले रे
अब तो दरस दिखा दे दिखा दे
प्रभु तुम्हारे दरस बिना
ये जीवन है एक सपना (रे सपना)
इन चरणों में जगह मिले तो
जनम सफल हो अपना (रे अपना)
मोहन मुरलिया वाले रे वाले
अब तो दरस दिखा दे रे
मोहन मुरलिया वाले रे
अब तो दरस दिखा दे दिखा दे
मोहन मुरलिया वाले रे
अब तो दरस दिखा दे दिखा दे
मोहन मुरलिया वाले रे
अब तो दरस दिखा दे दिखा दे