सारी दुनिया
छोड़े भाई
हाथ बहन का
छोड़ न पाये
राखी क्या
एक कच्चा धागा
मौत भी जिस को
तोड़ न पाये
मौत भी जिस को
तोड़ न पाये
ऐसे अतल अटूट प्यार की
है ये दास्ताँ
ऐसा प्यार कहाँ
ऐसा प्यार कहाँ
ऐसा प्यार कहाँ
ऐसा प्यार कहाँ
बहिन अगर
मांगे तो भाई
हंस कर देदे जान
ऐसा प्यार कहाँ
ऐसा प्यार कहाँ
ऐसा प्यार कहाँ
ऐसा प्यार कहाँ
ऐसा प्यार कहाँ
ऐसा प्यार कहाँ
ऐसा प्यार कहाँ
ऐसा प्यार कहाँ