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Mohammed Rafi - Aaja Ki Intezar Mein [Commentry] Lyrics



Mohammed Rafi - Aaja Ki Intezar Mein [Commentry] Lyrics
Official




[ Featuring Lata Mangeshkar, ]

लीजिये बहेनो और भाइयो पेश है
कुछ और गीतों की छलकिया
ये वो गीत है जो लोक प्रिय तो हुए
मगर १९५६ की सलाना संगीत श्रेणी
तक न पोहोच सके

आ जा के इन्तज़ार में
जाने को है बहार भी
तेरे बगैर ज़िन्दगी
तेरे बगैर ज़िन्दगी
दर्द बन के रह गई
आ जा के इन्तज़ार में
जाने को है बहार भी

अरमान लिये बैठे हैं हम
सीने में है तेरा ही ग़म
अरमान लिये बैठे हैं हम
सीने में है तेरा ही ग़म
तेरे दिल से प्यार की
वो तड़प किधर गई
आ जा के इन्तज़ार मे
जाने को है बहार भी
तेरे बगैर ज़िन्दगी
दर्द बन के रह गई
आ जा के इन्तज़ार में
जाने को है बहार
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लीजिये बहेनो और भाइयो पेश है
कुछ और गीतों की छलकिया
ये वो गीत है जो लोक प्रिय तो हुए
मगर १९५६ की सलाना संगीत श्रेणी
तक न पोहोच सके

आ जा के इन्तज़ार में
जाने को है बहार भी
तेरे बगैर ज़िन्दगी
तेरे बगैर ज़िन्दगी
दर्द बन के रह गई
आ जा के इन्तज़ार में
जाने को है बहार भी

अरमान लिये बैठे हैं हम
सीने में है तेरा ही ग़म
अरमान लिये बैठे हैं हम
सीने में है तेरा ही ग़म
तेरे दिल से प्यार की
वो तड़प किधर गई
आ जा के इन्तज़ार मे
जाने को है बहार भी
तेरे बगैर ज़िन्दगी
दर्द बन के रह गई
आ जा के इन्तज़ार में
जाने को है बहार
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Writer: SHAILENDRA, Shankar-Jaikishan
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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Mohammed Rafi - Aaja Ki Intezar Mein [Commentry] Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Mohammed Rafi
Featuring: Lata Mangeshkar,
Length: 1:40
Written by: SHAILENDRA, Shankar-Jaikishan
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