Back to Top

Mohammed Rafi - Aye Kismat Tere Sadke Lyrics



Mohammed Rafi - Aye Kismat Tere Sadke Lyrics
Official




आ आ ए किस्मत तेरे सदके हम
जो माँगी, वो हर चीज़ मिली
हा अफ़सोस तो है उन यारो पर
ये देख के, जिनकी जान जली
हा ये अपनी है किस्मत
ये अपना है नसीबा
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे

सोया करेंगे हम
ख्वाबो की नींदे, ख्वाबो की नींदे
वो रह रह के करवटे बदलते रहेंगे
वो रह रह के करवटे बदलते रहेंगे
हा बदलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे

मेरी तमन्ना तो, मुट्ही मे मेरी
मुट्ही मे मेरी
वो हाथो को अपने यू मलते रहेंगे
हा वो हाथो को अपने यू मलते रहेंगे
हा यू मलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे

अजी सोचने से ,मिला क्या किसी को
यहा दिल के अरमा निकलते रहेंगे
हा निकलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




आ आ ए किस्मत तेरे सदके हम
जो माँगी, वो हर चीज़ मिली
हा अफ़सोस तो है उन यारो पर
ये देख के, जिनकी जान जली
हा ये अपनी है किस्मत
ये अपना है नसीबा
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे

सोया करेंगे हम
ख्वाबो की नींदे, ख्वाबो की नींदे
वो रह रह के करवटे बदलते रहेंगे
वो रह रह के करवटे बदलते रहेंगे
हा बदलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे

मेरी तमन्ना तो, मुट्ही मे मेरी
मुट्ही मे मेरी
वो हाथो को अपने यू मलते रहेंगे
हा वो हाथो को अपने यू मलते रहेंगे
हा यू मलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे

अजी सोचने से ,मिला क्या किसी को
यहा दिल के अरमा निकलते रहेंगे
हा निकलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे
जो जलते रहे है, वो जलते रहेंगे
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Vinod, P L Santoshi
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Mohammed Rafi - Aye Kismat Tere Sadke Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Mohammed Rafi
Length: 2:53
Written by: Vinod, P L Santoshi

Tags:
No tags yet