[ Featuring Lata Mangeshkar ]
दिल का अफसाना सुनाते है सुनाने वाले
आ आ आ काश समझे ना
मोहब्बत को मिटाने वाले
प्यार का नाम भी
लेते हुए डर लगता है
आ आ आ तीर खेचे हुए बैठे है ज़माने वाले
हा हा हा
चलेगे तीर जब दिल पर
तो अरमानो का क्या होगा
लूटेगा घर तो फिर इस घर
के मेहमानो का क्या होगा
चलेगे तीर जब दिल पर तो(चलेगे तीर जब दिल पर तो)
अरमानो का क्या होगा(अरमानो का क्या होगा)
हा हा हा आ आ आ आ
सुना है इश्क़ में आते है दिन आहो के नालो के
अभी तक तो सलामत है गरेबान इश्क़ वालों के
हा हा हा आ आ आ आ
अगर फसले बहार आई तो दीवानों का क्या होगा
चलेगे तीर जब दिल पर तो अरमानो का क्या होगा(चलेगे तीर जब दिल पर तो अरमानो का क्या होगा)
आ आ आ आ
उठा है शोरे मातम शामा तेरे जान निसारो में
अभी तो दिल ही जलाते है मोहब्बत के शरारो में
किसी ने पर जला डाले तो परवानों का क्या होगा
किसी ने पर जला डाले तो परवानों का क्या होगा
चलेगे तीर जब दिल पर तो अरमानो का क्या होगा