नफ़रत की लाठी तोडो
लालच का खंजर फैंको
ज़िद के पीछे मत दौड़ो
तुम प्रेम के पंछी हो देश प्रेमियो
देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
मेरे देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
नफ़रत की लाठी तोडो
लालच का खंजर फैंको
ज़िद के पीछे मत दौड़ो
तुम प्रेम के पंछी हो
देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
मेरे देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
देखो, ये धरती
हम सबकी माता है
सोचो, आपस मे
क्या अपना नाता है
हम आपस मे लड़ बैठे तो देश को कौन संभालेगा
कोई बाहर वाला अपने घर से हमे निकलेगा
दीवानो होश करो
मेरे देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
मेरे देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
मीठे पानी मे ये
ज़हर ना तुम घोलो
जब भी, कुच्छ बोलो ये
सोच के तुम बोलो
भर जाता है गहरा घाव जो बनता है गोली से
पर वो घाव नही भरता जो बना हो कड़वी बोली से
तो मीठे बोल कहो
मेरे देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
मेरे देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
आ आ आ आ
तोडो दीवारे ये
चार दिशाओ की
रोको, मत राहें इन
मस्त हवओ की
पूरब पश्चिम उत्तर डाकखां वालो मेरा मतलब है
इस माटी से पूछो क्या भाषा क्या इसका मज़हब है
फिर मुझसे बात करो
मेरे देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
मेरे देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो
मेरे देश प्रेमियो
आपस मे प्रेम करो देश प्रेमियो