यह हसरत थी के इस दुनिया में बस दो काम कर जाते
यह हसरत थी के इस दुनिया में बस दो काम कर जाते
तुम्हारी याद में जीते, तुम्हारे ग़म में मर जाते
यह हसरत थी के इस दुनिया में बस दो काम कर जाते
यह दुनिया डूबती तूफ़ान आता इस क़यामत का हा आ आ
यह दुनिया डूबती तूफ़ान आता इस क़यामत का
अगर दम भर को आँखों में मेरी आँसू ठहर जाते
यह हसरत थी के इस दुनिया में बस दो काम कर जाते
तुम्हारी याद आ-आकर मेरे नश्तर चुभोती है
तुम्हारी याद आ-आकर मेरे नश्तर चुभोती है
मेरे नश्तर चुभोती है
मगर न दिल के सारे ज़ख़्म इतने दिन में भर जाते
मगर न दिल के सारे ज़ख़्म इतने दिन में भर जाते
यह हसरत थी के इस दुनिया में बस दो काम कर जाते
कहाँ तक दुख उठाएं
कहाँ तक दुख उठाएं तेरी फ़ुर्क़त और जुदाई के
तेरी फ़ुर्क़त और जुदाई के
अगर मरना ही था एक दिन, न क्यूँ फिर आज मर जाते
अगर मरना ही था एक दिन, न क्यूँ फिर आज मर जाते
यह हसरत थी के इस दुनिया में बस दो काम कर जाते