ए परिन्दे यूँ अबके उड़ा कर तू
जा जला सूरज को जाके आसमान पे तू
ए परिन्दे भर ऐसी उड़ाने तू
हर नज़र ये तुझसे पूछे
आग इतनी क्यूँ
धुल उड़ा जाके मंजिलों पे यूँ
के इन् हवाओ से तेरी यारी है
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)
राहों में जो भी आये वो बादल बनके मुश्किलों के
उनको बता देना रे परे रहना रे जिन्दा दिलों से
हो अंदाज़ है तेरा बेफिक्र मौज तू
के अब तेरी मुट्ठी में दुनिया सारी है
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)
ए परिन्दे यूँ अबके उड़ा कर तू
जा जला सूरज को जाके आसमान पे तू
ए परिन्दे भर ऐसी उड़ाने तू
हर नज़र ये तुझसे पूछे
आग इतनी क्यूँ
धुल उड़ा जाके मंजिलों पे यूँ
के इन् हवाओ से तेरी यारी है
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)
मुट्ठी में दुनिया सारी है
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)
उड़ जा अब तेरी बारी है (उड़ जा)