हम्म हम्म हम्म हम्म
काहे पगली बरखा छाई
तेरे इन दो नैनन मे
काहे पगली बरखा छाई
तेरे इन दो नैनन मे
जाने ऐसे कितने मौसम
आए जाए जीवन मे
दुनिया सुलगी आग है माना
जलने दे इस आग मे दिल
दुनिया सुलगी आग है माना
जलने दे इस आग मे दिल
आग लगे से होता क्या है
फिर भी खुशबु चंदन मे है
काहे पगली बरखा छाई
तेरे इन दो नैनन मे
पल पल मुझको ऐसा लगता
बीत चले अंधियारे दिन
पल पल मुझको ऐसा लगता
बीत चले अंधियारे दिन
कोई सूरज झांक रहा है
मेरे मन के आँगन मे
मैने तेरी खातिर कितने
सुंदर सपने देखे है
मैने तेरी खातिर कितने
सुंदर सपने देखे है
माथे झूमर पैरो पायल
हाथ सजे है कंगन मे
काहे पगली बरखा छाई
तेरे इन दो नैनन मे